शुक्रवार देर शाम उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में आई तेज आंधी और बारिश ने जमकर कहर बरपाया. शहर के लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के अहमदनगर की गली नंबर 15 में एक कच्चे मकान की छत अचानक भरभराकर गिर गई, जिससे एक दिल दहला देने वाला हादसा हो गया. इस हादसे में 25 वर्षीय महिला और उसकी 9 वर्षीय मासूम बेटी की मलबे में दबकर मौत हो गई, जबकि एक अन्य शख्स गंभीर रूप से घायल हो गया.

घटना में जान गंवाने वाली महिला की पहचान रुखसार के रूप में हुई है. रुखसार की 9 साल की बेटी माहीरा भी इस हादसे का शिकार हो गई. घटना के वक्त घर में कुल पांच लोग मौजूद थे, जिनमें से रुखसार और माहीरा की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं, गंभीर रूप से घायल हुए व्यक्ति की पहचान कादिर के रूप में हुई है, जिसे स्थानीय लोगों की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया.

निर्माणधीन मकान का गिरा हिस्सा
बताया जा रहा है कि यह मकान एक मंजिला था. इसके बराबर में एक और मकान बन रहा था, जो इससे ऊपर था. उसका निर्माणाधीन मकान का ऊपर हिसा जिसमें पिलर नहीं थे, वो मकान के अगले हिस्से में आ गिरा. मौसम के अचानक बिगड़ने और तेज हवा के साथ आई बारिश ने निर्माणाधीन मकान की कमजोर छत के कुछ हिस्से को गिरा दिया.

मलबे से निकाले मां-बेटी के शव
घटना के बाद पूरे मोहल्ले में अफरा-तफरी मच गई. स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए खुद मलबा हटाने का कार्य शुरू किया और तत्काल पुलिस को सूचना दी. सूचना पर पहुंची लिसाड़ी गेट थाना पुलिस और राहत-बचाव दल ने तेजी से कार्य करते हुए मलबे से शवों और घायल को बाहर निकाला. पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर मौजूद रही और स्थिति पर नजर बनाई. फिलहाल मलबे में किसी और के दबे होने की संभावना नहीं जताई जा रही है, लेकिन पूरी जांच सतर्कता के साथ की जा रही है.

इस मकान में उनकी मोबीना और पांच बेटे सलीम, जावेद, दिलशाद, इंतखाब और नावेद रहते हैं. हादसे के समय इंतखाब की पत्नी और बेटी घर के भीतर थीं, जिनकी मौत ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है. इस मामले में एडीएम सूर्यकांत त्रिपाठी ने बताया कि शुक्रवार रात मेरठ में आई आंधी के कारण मकान गिर गया, जिसमें बच्ची समेत दो की मौत हो गई.