उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एक मुस्लिम युवक हिंदू बनकर एक हिंदू युवती से मंदिर में शादी रचाने पहुंचा था, लेकिन जब उससे उसका गोत्र पूछा गया तो पर्दाफाश हो गया. इसके बाद मंदिर में शादी करा रहे पंडित ने मामले की जानकारी हिंदू संगठनों और आरएसएस कार्यकर्ताओं को दे दी, जिसके बाद हंगामा शुरू हो गया. फिर पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को गिरफ्तार कर लिया.

दरअसल लखनऊ के अहिमामक चौराहे के पास एक प्राचीन मंदिर है. इसी मंदिर में मोहम्मद रईस नाम का युवक एक हिंदू लड़की के साथ शादी करने के लिए पहुंचा था. मंदिर के पंडित ने दोनों की शादी करानी शुरू की. युवक युवती की मांग में सिंदूर भी भर चुका था.इसके बाद जब पंडित ने लड़के से उसका गोत्र पूछा तो वह फंस गया और जवाब नहीं दे पाया. इस तरह उसके हिंदू न होने का खुलासा हो गया.

पहले ही कोर्ट मैरिज कर चुके हैं
पंडित ने बताया कि रईस ने बताया था कि वह बाराबंकी का रहने वाला है और उसका नाम मानस है. वह लड़की से शादी करना चाहता है, लेकिन उसके घरवाले राजी नहीं है. इसलिए वह मंदिर में शादी करना चाहते हैं और वह पहले ही कोर्ट मैरिज भी कर चुके हैं. पंडित ने ये भी बताया कि शुरुआत में उन्हें भी रईस पर शक हो रहा था. जब वह उर्दू के शब्दों का ज्यादा इस्तेमाल कर रहा था. इसके बाद पंडित ने हिंदू कार्यकर्ता और आरएसएस को जानकारी दे दी.

युवक के पास मिले दो आधार कार्ड
इसके बाद मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और हंगामे को शांत कराया. पुलिस रईस को थाने ले गई. उससे कई घंटों तक पूछताछ की गई. युवक के पास से 2 आधार कार्ड मिले. रईस के खिलाफ युवती के परिजनों ने शिकायत दर्ज कराई. इसी के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया. जांच करने पर पता चला कि युवती के पति की कुछ साल पहले मौत हो गई थी.

युवती के पति की हो गई थी मौत
रईस युवती के पड़ोस में रहता था. पहले दोनों को एक-दूसरे से प्यार हुआ और फिर दोनों ने शादी करने का फैसला किया. युवती का एक बेटा भी है, जिसका नाम मानस है. उसी के नाम पर रईस ने अपना नाम मानस रखा था. इसके साथ ही ये भी सामने आया कि करीब डेढ़ साल पहले युवती ने रईस पर दुष्कर्म का केस किया था, जिसमें दोनों के बीच समझौता हो गया था और रईस ने युवती से कोर्ट मैरिज कर ली थी. अब वह दोनों मंदिर में शादी करने पहुंचे थे.